tag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post8493929794584538098..comments2024-03-25T09:54:52.089+05:30Comments on RAAGDEVRAN: एक बार फ़िर MANOJ KAYALhttp://www.blogger.com/profile/13656162462576727173noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-79826114085640107482017-09-10T09:23:19.210+05:302017-09-10T09:23:19.210+05:30सुन्दर रचना सुन्दर रचना Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-43506228160790492432017-09-09T19:41:38.033+05:302017-09-09T19:41:38.033+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (10-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (10-09-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "चमन का सिंगार करना चाहिए" (चर्चा अंक 2723) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br /><br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com