Wednesday, February 3, 2021

खनक

चूड़ियाँ गिनने बैठा उसकी कलाई की l
खनक उतर गयी दिल गहराई की ll

राज़दार उसकी आँखे बन गयी l
तसब्बुर में जलते अँगारों सी ll

दफ़न अब तलक सीने में थी जो चिंगारी l 
सोहबत में उसकी रजा बन गयी परछाई की ll 

रंगरेजन रंग गयी हौले से तन्हाई को l
महक उठी हीना जीने शहनाई को ll

पहन ली ताबीज़ बना उसके झाँझर के झंकारों की l 
घुल गयी रातों में मिठास आगोश में सितारों सी ll

शरमा सिमट रही वो खुद के आँचल से ऐसे l
सकून भरी करवटों में मिला साथ चाँद का जैसे ll

लकीरें हाथों की सलवटें माथे की l
स्याह घुल रही जिस्म भींगी रातों सी ll 

नादानियाँ भरी शोखियाँ थी उस चंचल काया की l
निखर आयी साँझ रंग भरे यादों के साये सी ll

रंग भरे यादों के साये सी l
रंग भरे यादों के साये सी ll

38 comments:

  1. आदरणीय यशवंत भाई साब
    आपका बहुत बहुत धन्यवाद
    आभार

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  2. सुंदरतम..

    सादर प्रणाम

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    1. आदरणीया दीदी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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  3. अति सुन्दर सृजन ।

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    1. आदरणीया मीना दीदी जी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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    1. आदरणीय विश्वमोहन जी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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  5. उम्दा अभिव्यक्ति ।

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    1. आदरणीया अमृता दीदी जी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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    1. आदरणीय शिवम् जी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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    1. आदरणीय सुशील भाई साब
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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  8. जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना शुक्रवार ५ जनवरी २०२१ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

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    1. आदरणीया स्वेता दीदी जी
      मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिए दिल से शुक्रिया
      आभार

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    1. आदरणीय शास्त्री सर
      आपसे बहुत कुछ सिखने मिला हैं , शब्द कम हैं धन्यवाद करने के लिए , आशा हैं भविष्य में भी आपका मार्गदर्शन मिलता रहेगा .
      आभार

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  10. वाह!!!
    बहुत सुन्दर।

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    1. आदरणीया सुधा दीदी
      दिल से शुक्रिया
      आभार

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  11. बहुत सुंदर। आपको शुभकामनाएँ।

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    1. आदरणीय वीरेन्द्र जी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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  12. चूड़ियाँ गिनने बैठा उसकी कलाई की।
    खनक उतर गयी दिल गहराई की ।।
    वाह भाई वाह! खूबसूरत शुरूआत के साथ सुंदर रचना।

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  13. बहुत सुंदर,लाजवाब रचना..

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    1. आदरणीया ज्योति दीदी जी
      आपका दिल से शुक्रिया
      आभार

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  14. वाह
    बहुत सुंदर रचना
    बधाई

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    1. आदरणीय खरे जी
      तहे दिल से आपका शुक्रिया
      आभार

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  15. बेहतरीन रचना, एहसासो सी भरी हुई

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    1. आदरणीया ज्योति दीदी जी
      आपका दिल से शुक्रिया
      आभार

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  16. Replies
    1. आदरणीया ज्योति दीदी जी
      आपका दिल से शुक्रिया
      आभार

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  17. आदरणीय आलोक जी
    तहे दिल से आपका शुक्रिया
    आभार

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    1. आदरणीय जी
      हौशला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से शुक्रिया
      आभार

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  19. कितने सुंदर भाव भरे हैं आपने इस रचना में
    बार बार पढ़ा, काफी अच्छा लगा .

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    1. आदरणीय संजय जी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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  20. ...रंगरेजन रंग गयी हौले से..

    औऱ वो बेचैनी आज भी सोने नहीं देती सुक़ून से
    उम्दा जल तरंग सा भावनाओं का खेल

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    1. आदरणीय अमित भाई साब
      हौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया
      आभार

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