tag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post4708732934730673747..comments2024-03-25T09:54:52.089+05:30Comments on RAAGDEVRAN: सौदाMANOJ KAYALhttp://www.blogger.com/profile/13656162462576727173noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-40623966208518000322020-09-23T15:37:34.739+05:302020-09-23T15:37:34.739+05:30आदरणीया ज्योती दीदी
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
आभार
...आदरणीया ज्योती दीदी<br />आपका बहुत बहुत शुक्रिया<br />आभार<br /><br />MANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13656162462576727173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-72446295591203935392020-09-23T13:08:09.016+05:302020-09-23T13:08:09.016+05:30
अंजुमन की इस गुलिस्ताँ में आ गया मरुधर तीर I
मिला...<br />अंजुमन की इस गुलिस्ताँ में आ गया मरुधर तीर I<br />मिला ना कोई सौदागर बावरा हो गया मन अधीर II<br />बहुत सुंदर।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-44387022340373222932020-09-14T13:12:31.774+05:302020-09-14T13:12:31.774+05:30आदरणीया मधुलिका दीदी
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
आभारआदरणीया मधुलिका दीदी<br />आपका बहुत बहुत शुक्रिया<br />आभारMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13656162462576727173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-90285099051996991982020-09-13T23:17:13.544+05:302020-09-13T23:17:13.544+05:30नासिब ना था सौदा अरमानों के बीच I
मंजूर ना था रहगु...नासिब ना था सौदा अरमानों के बीच I<br />मंजूर ना था रहगुजर को इससे कम का पीरII,,,,,,बहुत सुंदर, ।Madhulika Patelhttps://www.blogger.com/profile/18209148776668167493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-29609960830321200532020-09-05T13:49:54.895+05:302020-09-05T13:49:54.895+05:30आदरणीय गुरू जी
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
आभार
मनोजआदरणीय गुरू जी<br />आपका बहुत बहुत शुक्रिया<br />आभार<br />मनोजMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13656162462576727173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-46232927089675392192020-09-05T13:49:17.567+05:302020-09-05T13:49:17.567+05:30आदरणीय करून जी
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
आभार
मनोजआदरणीय करून जी<br />आपका बहुत बहुत शुक्रिया<br />आभार<br />मनोजMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13656162462576727173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-42090060260458797092020-09-05T11:50:58.265+05:302020-09-05T11:50:58.265+05:30वाहवाहhindiguruhttps://www.blogger.com/profile/09026018787795712597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-30029269204585734012020-09-05T10:51:54.478+05:302020-09-05T10:51:54.478+05:30अच्छी कविता । हार्दिक आभार ।अच्छी कविता । हार्दिक आभार ।Swarajya karunhttps://www.blogger.com/profile/03476570544953277105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-65297410819694273262020-09-04T19:17:41.307+05:302020-09-04T19:17:41.307+05:30आदरणीय शास्त्री जी
मेरी रचना को अपना मंच देने के ल...आदरणीय शास्त्री जी<br />मेरी रचना को अपना मंच देने के लिए शुक्रिया<br />आभार<br />मनोजMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13656162462576727173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-9021062567797164312020-09-04T15:18:33.432+05:302020-09-04T15:18:33.432+05:30आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (05-09-2020)...आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (05-09-2020) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ" (चर्चा अंक-3815) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' <br />--डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-23014929336077921782020-09-04T08:45:02.861+05:302020-09-04T08:45:02.861+05:30आदरणीय शास्त्री जी
रचना पसंद करने की लिए दिल से शु...आदरणीय शास्त्री जी<br />रचना पसंद करने की लिए दिल से शुक्रिया<br />आभारMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13656162462576727173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-85545996617454209662020-09-04T06:45:22.267+05:302020-09-04T06:45:22.267+05:30बहुत सुन्दर रचना।बहुत सुन्दर रचना।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-87639259600927057522020-09-03T21:08:31.053+05:302020-09-03T21:08:31.053+05:30आदरणीया सुधा दीदी
आपका बहुत बहुत शुक्रिया
आभारआदरणीया सुधा दीदी<br />आपका बहुत बहुत शुक्रिया<br />आभारMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13656162462576727173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8844331454195606280.post-89603166110127691022020-09-03T18:43:16.997+05:302020-09-03T18:43:16.997+05:30दुःस्वप्न सा था बँटवारा दिलों की मंजिलों का I
नज़दी...दुःस्वप्न सा था बँटवारा दिलों की मंजिलों का I<br />नज़दीकियों की दूरिओं में विरह था सूनेपन का II<br />वाह!!!<br />बहुत सुन्दर... लाजवाब सृजन। Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.com