हरण किया जिसने इस दिल का
वरण उसे करने की है तारीख आयी
डाल बाहों का हार गले में
कसमे खायी साथ निभाने की
बना चाँद को साक्षी
रस्मे पूरी कर डाली
समर्पित हो एक दूजे को
दो जिस्म पर जान एक बना डाली
न फेरे न बाराती
पर मेघा फूल बन बरस आयी
स्वयंवर से भी हसीन यह पल
यादगार मिलन बेला बन आयी
था इन्तजार जिस पल का
वो शुभ बेला चली आयी
वरण उसे करने की है तारीख आयी
डाल बाहों का हार गले में
कसमे खायी साथ निभाने की
बना चाँद को साक्षी
रस्मे पूरी कर डाली
समर्पित हो एक दूजे को
दो जिस्म पर जान एक बना डाली
न फेरे न बाराती
पर मेघा फूल बन बरस आयी
स्वयंवर से भी हसीन यह पल
यादगार मिलन बेला बन आयी
था इन्तजार जिस पल का
वो शुभ बेला चली आयी
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