जुगलबंदी जब मेरी तेरी होगी
प्यार के तरानों की
स्वर लहरियाँ तब गूँजेगी
दिलों की इस जुगलबंदी में
सिर्फ प्रेम गीतों की लड़ियाँ होगी
संगम ऐसा होगा
जैसे स्वर और ताल की कड़ियाँ होगी
मैं और तुम से हम की सुन्दर रचना होगी
एकाकार सरगम की जैसे
सुहानी रिमझिम बरसात होगी
जुगलबंदी जब मेरी तेरी होगी
प्यार के तरानों की
स्वर लहरियाँ तब गूँजेगी
स्वर लहरियाँ तब गूँजेगी
प्यार के तरानों की
स्वर लहरियाँ तब गूँजेगी
दिलों की इस जुगलबंदी में
सिर्फ प्रेम गीतों की लड़ियाँ होगी
संगम ऐसा होगा
जैसे स्वर और ताल की कड़ियाँ होगी
मैं और तुम से हम की सुन्दर रचना होगी
एकाकार सरगम की जैसे
सुहानी रिमझिम बरसात होगी
जुगलबंदी जब मेरी तेरी होगी
प्यार के तरानों की
स्वर लहरियाँ तब गूँजेगी
स्वर लहरियाँ तब गूँजेगी