Saturday, January 20, 2018

भाग्य का उदयमान

आप की तरह नहीं मेरी लेखनी में वो धार

पर संगत में आपकी उसको भी मिलेगा निख़ार

दम दिखलायेगी यह भी फिर अपना

जब संग इसके होगा आपका साथ

ओत प्रोत हो नई प्रेरणा से

यह भी फिर कभी रचेंगी अपना इतिहास

ताल मेल का सामंजस्य जो बैठ गया

बन जायेगा यह भी फिर वरदान

स्वतः ही लेखनी को फिर मिल जायेगा

एक नई ऊर्जा का संचार

फ़िर मेरी भी हर एक रचना से होगा

मेरे एक नए भाग्य का उदयमान





Friday, January 12, 2018

अल्फाजों की दुनिया

बड़ी जादुई हैं अल्फाजों की दुनिया

दर्द अगर मिल जाये तो

बिखर जाती हैं रुमानियत की दुनिया

बिखर जाती हैं रुमानियत की दुनिया

कभी गीत तो कभी ग़ज़ल बन

अफसानों में निखर आती हैं दुनिया

अफसानों में निखर आती हैं दुनिया

खामोश लफ्जों से जब बयां होती हैं

सज जाती हैं फिर अल्फाजों की एक नयी दुनिया

सज जाती हैं फिर अल्फाजों की एक नयी दुनिया

अश्क़ भी रो पड़ते हैं

अश्क़ भी रो पड़ते हैं

देख इनकी तन्हा भरी दुनिया

दफ़न हैं कहीं दिल की गहराईओं में

समटे अनगिनत राज अल्फाजों की दुनिया

समटे अनगिनत राज अल्फाजों की दुनिया

क्योंकि

बड़ी जादुई हैं अल्फाजों की दुनिया

बड़ी जादुई हैं अल्फाजों की दुनिया

Tuesday, January 2, 2018

गुंजयमान

अक्षरों से आसमाँ रंग दूँ

शब्दों को गुंजयमान कर दूँ

प्रेरणा ऐसी बन जाऊ मैं

हर काव्य सुधा का

अमृत रस पान बन जाऊ मैं

अभिभूत कर क़ायनात को

अपनी रचना को सार्थक कर जाऊ मैं

आफ़ताब भी धरा पर उतर पड़े

स्वर लहरों पर विराजमान हो

अक्षरों के मोतियों को

पिरों शब्दों में

संगीतमय कर जाऊ जब मैं

संगीतमय कर जाऊ जब मैं