Monday, August 23, 2010

हसीन रात

कितनी प्यारी थी वो छोटी सी मुलाक़ात

चाँदनी रात में नहाई हुई थी रात

झील मिल करते सितारों के साथ

बैठे थे हम तुम डाले हाथों में हाथ

एक दूजे को निहारते हुए

गुजर गयी वो खुबसूरत रात

आज भी जब ढलती है चाँदनी रात

याद आ जाती है

गुजरी हुई वो हसीन रात

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