Wednesday, February 27, 2013

गणित

अंकों का है सारा गणित

संयम का है ये संगीत

है इसके खेल निराले

कहीं जुड़े कहीं घटे

बने नये नये अंकों के गीत

पहेली बन सुलझादे

गर्भ गृह में छिपे

गुणनफल और वर्गफल के तीर

अद्भुत बड़ी इसकी सरंचना

शून्य बिना नहीं इसकी महिमा

खेल खेल में ही बन जाये

इसके रूप रंग की रेखा

निखर आये संगीत की धुन

मिल जाये जब हल से पुस्तिका

मिल जाये जब हल से पुस्तिका




 

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