Monday, December 7, 2020

तज़ुर्बा

तज़ुर्बा ना पूछ ए सोखियाँ l
झुरिआ वयां रही ख्यालों की लड़ियाँ ll

बदल गयी जो रंग जुल्फ़ों के l
वो चाँदनी कम ना थी औरों से ll

लिखें हैं उन्हें खत लाखों हटेलिओं में l
मुरीद थी निगाहें जिनकी परवाज़ों में ll

सुरूर उस साकी का औरों से दूजा था l
हिना सी महकती गुलबदन का आसमां और था ll

कभी पर्दा कभी बेपर्दा अटखेलियाँ करती बेपरवाह l
जादू सा सम्मोहन वश करती उसकी नादानियाँ ll

फ़िसल गए वो वक़्त दरख़्तों की गहराई में l
खुमारी फिर भी उतर ना पायी दिल की गहराई से ll

जिन्दा वो आज भी हैं साँसों की सच्चाई में l
बेताबी वही हैं धड़कनों की परछाई में ll

बेताबी वही हैं धड़कनों की परछाई में l
बेताबी वही हैं धड़कनों की परछाई में ll

24 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज मंगलवार 08 दिसंबर 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. आदरणीया यशोदा दीदी
      मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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  2. आदरणीया पम्मी जी
    मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
    आभार

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  3. बहुत ही सुंदर सृजन ।
    सादर

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    1. आदरणीया अनीता दीदी जी
      आपका बहुत बहुत शुक्रिया
      आभार

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  4. आदरणीय सुशील जी
    आपका बहुत बहुत धन्यवाद
    आभार

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    1. आदरणीय शांतनु जी
      शुक्रिया
      आभार

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  6. Replies
    1. आदरणीया विभा दीदी जी
      आपका बहुत बहुत शुक्रिया
      आभार

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  7. सुंदर भावाभिव्यक्ति...

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    1. आदरणीया शरद दीदी जी
      आपका बहुत बहुत शुक्रिया
      आभार

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  8. Replies
    1. आदरणीया शुभा दीदी जी
      आपका बहुत बहुत शुक्रिया
      आभार

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  9. जादू सा सम्मोहन.... उम्दा ।

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    1. आदरणीया अमृता दीदी जी
      आपका बहुत बहुत शुक्रिया
      आभार

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  10. सुंदर मनोहारी रचना..।

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    1. आदरणीया जिज्ञासा दीदी जी
      आपका बहुत बहुत शुक्रिया
      आभार

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  11. फ़िसल गए वो वक़्त दरख़्तों की गहराई में l
    खुमारी फिर भी उतर ना पायी दिल की गहराई से ll

    जिन्दा वो आज भी हैं साँसों की सच्चाई में l
    बेताबी वही हैं धड़कनों की परछाई में ll

    बहुत खूब!

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    1. आदरणीया कविता दीदी जी
      आपका बहुत बहुत शुक्रिया
      आभार

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  12. सुन्दर , अति सुन्दर

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    1. आदरणीय आलोक जी
      मेरी रचना पसंद करने के लिए शुक्रिया
      आभार

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  13. बहुत ही सुंदर सृजन।

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    1. आदरणीया सघु दीदी जी
      हौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया
      आभार

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