बबंडर ऐसा उठेगा
कोहरा घना छा जाएगा
गुब्बार जो दफन होगा
ज्वालामुखी सा फुट जाएगा
गुमान भी ना होगा
वक़्त ऐसा भी आएगा
दिन में रात का अँधेरा घिर आएगा
खत्म हो जाएगा पल में सब कुछ
तांडव ऐसा आएगा
तांडव ऐसा आएगा
कोहरा घना छा जाएगा
गुब्बार जो दफन होगा
ज्वालामुखी सा फुट जाएगा
गुमान भी ना होगा
वक़्त ऐसा भी आएगा
दिन में रात का अँधेरा घिर आएगा
खत्म हो जाएगा पल में सब कुछ
तांडव ऐसा आएगा
तांडव ऐसा आएगा
आपकी उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार 27/11/12 को राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी आपका चर्चा मंच पर स्वागत है!
ReplyDeleteThanks .
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