Saturday, August 21, 2021

अंजुमन

मशरूफ ना हो जिंदगी तुम इतनी भी l
फुर्सत मिले ना प्यार को इतनी भी ll

तरसती रह जाएँ शोख़ियाँ दिल की l 
क़ुरबत उस हसीन गुलमोहर आने की ll 

साज बन जो ढली हो सरगम सी l
ग़ज़ल बन निखरों अल्फाजों की ll

मुराद नायाब इस अंजुमन की l
खलिश जवां जवां मुख़्तसर की ll

गुज़ारिश हैं करवटें बदलते रातों की l  
खुलूस रातें बहके हो थोड़ी रूमानी सी ll

महके हिना गुलबदन काफिर की l
फ़रियाद कर रही रूह साँसों की ll

18 comments:

  1. बहुत सुंदर सृजन।

    ReplyDelete
    Replies
    1. आदरणीया मीना दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों के लिए आपको नमन

      Delete
  2. Replies
    1. आदरणीय सुशील भाई साब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों के लिए आपको नमन

      Delete
  3. सच कहा कि इतनी फुर्सत तो होनी ही चाहिए सबों को ताकि प्यार को बचा सके । बहुत ही बढ़िया कथ्य ।

    ReplyDelete
    Replies
    1. आदरणीया अमृता दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों के लिए आपको नमन

      Delete
  4. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (24-8-21) को "कटु यथार्थ"(चर्चा अंक 4166) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
    ------------
    कामिनी सिन्हा


    ReplyDelete
    Replies
    1. आदरणीया कामिनी दीदी जी
      मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिए आपको दिल से नमन

      Delete
  5. सुंदर सारगर्भित शेर,बहुत शुभकामनाएँ मनोज जी।

    ReplyDelete
    Replies
    1. आदरणीया जिज्ञासा दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों के लिए आपको नमन

      Delete
  6. प्रेम का होना ही बहुत है जिंदगी में ...
    सुन्दर सृजन ...

    ReplyDelete
    Replies
    1. आदरणीय दिगम्बर भाई साब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों के लिए आपको नमन

      Delete
  7. सुंदर सार्थक उम्दा सृजन।
    अभिनव।

    ReplyDelete
    Replies
    1. आदरणीया कुसुम दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों के लिए आपको नमन

      Delete
  8. बहुत उम्दा रूहानी फरियाद साँसों की।

    ReplyDelete
    Replies
    1. आदरणीय विश्वमोहन भाई साब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों के लिए आपको नमन

      Delete
  9. Replies
    1. आदरणीय आलोक भाई साब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों के लिए आपको नमन

      Delete