Saturday, November 20, 2021

शिद्धत

शिद्धत से तलाशता फिरा जिस सकून को l
मुद्दतों बाद थपकी दे सुला गया जो मुझको ll 

सनक थी इसके दुलार के उस मीठी खनकार की l
नींदों के आगोश में लोरी सुना सुला गयी जो मुझको ll

अस्तित्व ख्वाबों की उन बिछडी खोई नींदो का l
वज़ूद ढूंढ रही अपना पलकों में ढलती रातों का ll

दस्तक थी उन उनींदी उनींदी दरख़ास्तों की l
दस्तखत दे गयी पलकों पे जो अपने नामों की ll

मुनासिब थी वर्षों से जगी इन पलकों की भी रजामंदी l
झपकी इसकी पल में दे गयी जीवन भर की मस्ती ll

लयवद्ध हो गया मेरा सम्पूर्ण सपनों का शहर l
पहलू में नीँदों की आ मिला जो मुझसे बिछड़ा पहर ll

मग्न हो गयी पलकों बीच आँखे इस कदर l
बेखबर बेसुध हो सो गयी सपनों की डगर ll  

22 comments:

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    1. आदरणीय शिवम् भाई साहब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
      सादर

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  2. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार
    (21-11-21) को "प्रगति और प्रकृति का संघर्ष " (चर्चा - 4255) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
    --
    कामिनी सिन्हा

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    1. आदरणीया कामिनी दीदी जी
      मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिये तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ l
      आभार

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  3. बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति ।

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    1. आदरणीया जिज्ञासा दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      सादर

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  4. भावनाओं से ओतप्रोत बहुत ही सुंदर सृजन

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    1. आदरणीया मनीषा दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      सादर

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  5. शिद्धत से तलाशता फिरा जिस सकून को l
    मुद्दतों बाद थपकी दे सुला गया जो मुझको ll
    बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण सृजन ।

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    1. आदरणीया मीना दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      सादर

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  6. वाह!!!
    बहुत ही सुन्दर एवं भावपूर्ण गजल।

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    1. आदरणीया सुधा दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      सादर

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  7. बहुत शानदार!
    हर शेर लाजवाब।

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    1. आदरणीया कुसुम दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      सादर

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  8. Replies
    1. आदरणीय सुशील भाई साहब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
      सादर

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  9. मित्र ,
    नींदों कि कशमकश
    आईये संजोते हम मिलकर रातों को
    बंद आंखों में उचकते ख्वावों ...

    सुन्दर अति सुन्दर सृजन !

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    1. आदरणीय आतिश भाई साहब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
      सादर

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  10. बहुत खूब ...
    अच्छे शेर हैं ... जुदा अंदाज़ लिए ...

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    1. आदरणीय दिगंबर भाई साहब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
      सादर

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  11. Replies
    1. आदरणीय भाई साहब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
      सादर

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