Sunday, November 28, 2010

कहानी

बज रहे है ढोल

मच रहा है शोर

चुपके से आया कोई चोर

चुरा ले गया शहजादी का नूर

हो रही मुनादी

जिसने की है ए गुस्ताखी

शहजादी करेगी उससे शादी

चोर ने नहले पे दहला मारा

आधी रात शहजादी की मांग भर आया

देख इस दुह्साहस को

शहजादी का दिल उसपे आया

उससे अपने सपनों का राजकुमार बनाया

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