POEMS BY MANOJ KAYAL
बिक रही औरत मंडी में आज भी
कोई हवस की खातिर
कोई पैसे की खातिर
बस स्वरुप इसका बदल गया
नाम नया इसको मिल गया
कोठी के जिन्ने , तवायफ की कहानी
बात ए सदियों पुरानी
अब चर्चे रोज नए होते है
जिस्मफरोशी के इन खिलाडियों को
कॉल गर्ल कहते है
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