Sunday, December 5, 2010

रुख

रुख हवओं ने बदला

जिक्र तेरा जो चला

ठहर गयी राहें

जादू तेरा जो चला

खिल उठी कलियाँ

अहसास तेरा जो हुआ

छुप गया चाँद

नूर तेरा जो दिखा

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