Monday, April 1, 2019

आपके नाम

खूबसूरत सी नज़्म लिखूँ

या इस दिल की ग़ज़ल लिखूँ

आपकी कातिलाना निग़ाहों को

झीलों का हसीन शहर लिखूँ

धड़कनों पे दिल के पैगाम लिखूँ

एक नयी साज़ एक नयी धुन पे

आफ़ताब की एक नयी सरगम लिखूँ

दामन में आपके अपना नाम लिखूँ

गीत लिखूँ या सफ़र लिखूँ

माथे की बिंदिया को मेहताब लिखूँ

रूहों के मिलन को ताज़ का पैयाम लिखूँ

कुछ भी लिखूँ चाहे गीत हो या ग़ज़ल

दिल कह रहा हैं

दिल यह बस आपके नाम लिखूँ

दिल यह बस आपके नाम लिखूँ  

No comments:

Post a Comment