संक्षेप में वृत्तांत सुनाऊ
सार का सारांश बतलाऊ
परिदृश्य कोई भी हो
किनारा भूमिका मंडित कर
मूल आलेख जागृत कर पाऊ
आक्षेप कोई लगे ना दामन
रचना सहज वर्णन कर पाऊ
ताम्रपत्रों पर गूँथ शब्दों को
लेखनी अमर कर पाऊ
सृजन कर भाव भंगिमा
पटककथा व्यक्त कर पाऊ
सिद्धांत अभिव्यक्त मंच पटल
प्रेरणा स्त्रोत्र प्रदान कर पाऊ
सुगम सरल परिभाषा में
गुड़ सार पूर्णतः बयां कर पाऊ
ख्वाईश है कोशिश सफल कर
चाँद सितारों में शुमार हो जाऊ
सार का सारांश बतलाऊ
परिदृश्य कोई भी हो
किनारा भूमिका मंडित कर
मूल आलेख जागृत कर पाऊ
आक्षेप कोई लगे ना दामन
रचना सहज वर्णन कर पाऊ
ताम्रपत्रों पर गूँथ शब्दों को
लेखनी अमर कर पाऊ
सृजन कर भाव भंगिमा
पटककथा व्यक्त कर पाऊ
सिद्धांत अभिव्यक्त मंच पटल
प्रेरणा स्त्रोत्र प्रदान कर पाऊ
सुगम सरल परिभाषा में
गुड़ सार पूर्णतः बयां कर पाऊ
ख्वाईश है कोशिश सफल कर
चाँद सितारों में शुमार हो जाऊ
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (10-04-2019) को "यन्त्र-तन्त्र का मन्त्र" (चर्चा अंक-3301) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'