सुन रे सखी री
ओ मेरी हमजोली
ना खेलो आँख मिचोली
आ खेले हम तुम होली
मच रही है धमाल
उड़ रही है गुलाल
आ रंग दे तेरे भी गाल
सुन रे सखी री
ओ मेरी हमजोली
ना करना इनकार
आ रंग ले प्यार के रंगों को
होली के रंगों के साथ
भींगे तेरी चुनर
उड़े अबीर गुलाल
सुन रे सखी री
ओ मेरी हमजोली
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