Thursday, February 3, 2011

पितरी स्नेह

स्नेह प्यार के हम थे सात नीर

जैसे स्वर संगीत के सात तीर

छुटा आपका साथ

बिखर गया जीवन संगीत

सरगम है अब अधूरी

फिर भी गुनगुना रहे

आपके सिखाये गीत

नाज रहे आपको

हम है आपके जीवन मधुर संगीत

आप ऐसे ही बसे रहो

हमारे गीत संगीत बीच

जुड़े रहे हम सबोके दिल

आप के स्नेह ओर आशीर्वाद से

भरे रहे जीवन में

मधुर गीत संगीत

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