Monday, November 1, 2021

आईने के रंग

रिवाजों से परे इश्क लगा जब से l 
गली के मोड़ वाली उस लड़की से ll

फितूर बदल आईने ने अजनबी बना दिया l 
हमें अपने ही शहर के गली चौराहों में ll

एक पल उसे निहारने के अंदाज़ से l 
तकाजा बदल गया उसके पहनाव में ll

उसके बरामदे से आती आहटों पर l 
निगाहें अटकी होती उसके इंतजार में ll

गुजरती जब वो मुस्काती हुईं पास से l 
थम जाती साँसें उस एक पल आस में ll

गुलाब जो लिया थमा दूँ उसके हाथों में l 
गजरा सजा दूँ उसके लंबे लंबे बालों में ll

उलझा बुनता रहाअपने खयालों के जाल l 
पर कह ना पाया उससे कभी दिल की बात ll

अधूरा रह गया पैमाना इस इश्क का l 
छलक ना पाए संग उसके इश्क के जाम ll

दस्तूर रंग सब बदल गया उस आईने का l 
इश्क हुआ जब से गली वाली उस लड़की साथ ll

23 comments:

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    1. आदरणीय सुशील भाई साहब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
      सादर

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  2. आदरणीया कामिनी दीदी जी
    मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिये तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ l
    आभार

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  3. Replies
    1. आदरणीया सुजाता दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      सादर

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  4. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (03-11-2021) को चर्चा मंच        "रूप चौदस-एक दीपक जल रहा"   (चर्चा अंक-4236)      पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार करचर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    -- 
    दीपावली से जुड़े पंच पर्वों कीहार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'   

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    1. आदरणीय शास्त्री सर जी
      मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिये तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ l
      आपको भी दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं l

      आभार

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  5. सुंदर सराहनीय सृजन ।

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    1. आदरणीया जिज्ञासा दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      सादर

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  6. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 3 नवंबर 2021 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!
    !

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    1. आदरणीया पम्मी दीदी जी
      मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिये तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ l
      आभार

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  7. उम्दा ग़ज़ल।
    सुंदर।

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    1. आदरणीया कुसुम दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      सादर

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  8. इश्क की आम दास्तां बड़े खास अंदाज में। बहुत सरस और मधुर रचना के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं प्रिय मनोज।
    दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं आपके लिए।

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    1. आदरणीया रेणु दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      सादर

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  9. रिवाजों से परे इश्क लगा जब से l
    गली के मोड़ वाली उस लड़की से ll👌👌👌👌

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    1. आदरणीया रेणु दीदी जी
      आपको भी दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं l

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  10. Replies
    1. आदरणीय विकास भाई साहब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
      सादर

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  11. रिवाजों से परे इश्क लगा जब से l
    गली के मोड़ वाली उस लड़की से ll',,,,, बहुत शानदार ,आप की रचना की जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है,दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ ।

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    1. आदरणीया मधुलिका दीदी जी
      सुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
      आपको भी दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं l
      सादर

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    1. आदरणीय शिवम् भाई साहब
      सुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
      सादर

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