बोलियाँ मोगरे झूमके वाली वालियाँ फूलों की l
साँझी आयतें अल्फाजों कारीगरी रूहों की ll
खतों विरासत अस्तित्व स्पर्श चाँद स्पंदन की l
महका गयी पतझड़ बसंती सावन फुहारों की ll
मरुधरा चाँदनी गुलमोहर ईद रात सितारों की l
मयूर मन खिला गयी बंद दिल दरवाजों की ll
उलझी उलझी लट्टे केशों पेंचों पतंगों डोरी की l
हौले से कादंबिनी धड़कने बन गयी ख्वाबों की ll
बातें तितलियों के सुंदर नयन बसेरों सागर की l
ठग गयी आरजूएँ अंजुमन बिस्मिल राहों की ll
खतों विरासत अस्तित्व स्पर्श चाँद स्पंदन की l
ReplyDeleteमहका गयी पतझड़ बसंती सावन फुहारों की ll
वाह!!!
बहुत सुन्दर👌👌