POEMS BY MANOJ KAYAL
ह़र दुखों में छुपा है खुशी का राज
कह रही है जिन्दगी
मत हो तू उदास
रात ये ढल जायेगी
सूरज की किरणें नया सबेरा लाएगी
खुशियों से आँखे छलछला आएगी
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