RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Wednesday, May 2, 2012
सवाल
संभव नहीं हर सवालों के जवाब
टटोल नहीं पाते हर पल दिल की बात
कभी कभी इसलिए अधूरी रह जाती है तलाश
ओर बन जाती है जिन्दगी खुद एक सवाल
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