गुजरे कल की कहानी है
सपनो में ढली जिंदगानी है
धुन ना जाने क्या थी
मस्ती से सराबोर थी
रुकते नहीं कदम थे
मचलते रहते अरमान थे
जादू में लिपटी
जैसे लय और ताल थी
जीवन संगीत और गीत भरी धड़कने
रूह की जान थी
सपनो में ढली वो जिंदगानी थी
सपनो में ढली जिंदगानी है
धुन ना जाने क्या थी
मस्ती से सराबोर थी
रुकते नहीं कदम थे
मचलते रहते अरमान थे
जादू में लिपटी
जैसे लय और ताल थी
जीवन संगीत और गीत भरी धड़कने
रूह की जान थी
सपनो में ढली वो जिंदगानी थी
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