Sunday, July 25, 2010

उजाला

सूर्य तपे कहे

मैं हु वो दीपक

जिससे फैले जग में उजाला

मेरी किरणों से उज्जवल बने सबेरा

मेरे सुप्रकाश से मिले

ह़र दिन एक नया सबेरा

खुद जलु खुद तपू

पर रोशन करू जहान को

ताकि ना फैले अंधियारा

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