Sunday, July 25, 2010

नया बसेरा

अलविदा कह चल पड़े

एक नयी जगह

एक नया आशियाँ बसाने

परिंदे उड़ चले

बसेरा था सुन्दर वही

गुजरा था बचपन जहा कभी

पर नियति ने लिखा था कुछ ओर

तोड़ पिंजरा उड़ गए परिंदे

नए बसेरे की ओर

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