POEMS BY MANOJ KAYAL
हसरतें है बड़ी
मंजिले हो दूर ही सही
ख्वाहिसे होगी ना कम
डगर हो चाहे काँटो से भरी
अरमानों की आरजू है यही
जिन्दगी भी छोटी पड़ जाये
करते फरमाईसे पूरी
फिर भी इस छोटे से दिल की
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