आया राखी का त्यौहार
लेके आया रिश्तों की सोंगात
बहना करे वीरो का सत्कार
माथे तिलक करे
बांधे हाथो राखी का तार
वीर वचन कहे
बहना राखी की लाज निभाऊंगा
तेरे आत्म सम्मान के लिए दुनिया से लड़ जाऊंगा
मर कर भी तेरी राखी का कर्ज चुका न पाउँगा
हर जनम तुझे ही बहना रूप मैं पाऊ
आर्शीवाद एशा ही चाहू
राखी की ये डोर बांधे रखे तेरी मेरी डोर
कुछ भी हो जाए पर टूट न पाए ये डोर
मेरी बहना कसके बाँध इस राखी की डोर
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