POEMS BY MANOJ KAYAL
हमने जिसको भी अपना कहा
उसने ही हमको धोखा दिया
ऐतबार अब रहा नहीं
दिल अब कुछ कहता नहीं
सुनी हो गयी आँखे
खाली रह गयी बातें
थम गयी साँसे
खो गयी राहे
मिला धोखा ही धोखा
मिला ना कोई भी अपना
No comments:
Post a Comment