Saturday, April 24, 2010

मौसम के रंग

उथल पुथल बदल फिरत है

मौसम के रंग हज़ार

कहीं बह रही पावन रूमानी

कहीं खिल खिला रही वादियाँ फूलों की

रंगीन है मौसम का मिजाज

मिलता है सकून

जब चलती है ठंडी वयार

उथल पुथल बदल फिरत है

मौसम के रंग हज़ार

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