तुम कुछ ज्यादा ही चरपरी हो
कभी कभी मिर्च से तीखी
तो कभी शहद से मीठी हो
या यूँ कहू
खट्टी हो मीठी हो
दिल की बड़ी ही भोली हो
पर तुम जैसी भी हो
दिल की बड़ी अच्छी हो
कभी कभी मिर्च से तीखी
तो कभी शहद से मीठी हो
या यूँ कहू
खट्टी हो मीठी हो
दिल की बड़ी ही भोली हो
पर तुम जैसी भी हो
दिल की बड़ी अच्छी हो
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