Monday, November 9, 2009

समझ

बोल के समझाया

कर के दिखलाया

इशारो से बतलाया

पर उनकी समझ कुछ भी ना आया

किस मिटटी का बना है ये इंसान

जानते समझते हुए ना समझ बन रहा है

समझ में ना आई ये बात

जो कहा भेंस के आगे बीन बजाने से क्या फायदा

हँस कर उसने कहा

अदा तुम्हारी दिल को भा रही थी

तरीका समझाने का अच्छा लग रहा था

इशारे मन को लुभा रहे थे

तुम पास रहो इसलिए ना समझ बन रहा था

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