POEMS BY MANOJ KAYAL
कुछ अनछुए पहलु दिल को छु जाते है
जज्बात आंसू बन निकल आते है
भावनाओ का समंदर सैलाब बन उमड़ आता है
इस एक पल को अजनबी भी अपना नजर आता है
मीठे बोल जो बोलले वो हमदर्द नजर आता है
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