Monday, November 9, 2009

विनम्र निवेदन

हे ईश्वर इतनी शक्ति मुझको दे दो

पिता को दिया वचन पूरा कर पाऊ

थोडी कृपा मुझ पर भी कर दो

क्रोध मेरा भी हर लो

बहुत लुटाया क्रोध में

अब ना ओर कोई अनिष्ट हो

मेरे परिवार के लिए मुझको संभाल लो

बोली कर दो शहद सी मीठी

गुस्सा गाली कर दो काफूर

ना देवे दुआ कोई बात नहीं

किसीकी बददुआ क्यो मैं लू

इसलिए हे ईश्वर सुन कर मेरा भी विनम्र निवेदन

मदद मेरी कर दो आज

पिता को दिए वचन की रह जावे लाज

ऐसा आर्शीवाद मुझको भी दे दो आज

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