Friday, September 4, 2009

छोटे छोटे दिलो के बड़े बड़े अरमान

छोटे छोटे दिलो के बड़े बड़े अरमान

हसरते चूमने आसमा की

खुली आँखों में सपने सजाने की

हवाओ में खाबो के महल बनाने की

कभी हँसने की कभी हसाने की

हर चाहत में मंजिल को पाने की

मंजिल मिले या ना मिले

रोज एक नई सपनो की दुनिया बसाने की

छोटे छोटे दिलो के बड़े बड़े अरमान


No comments:

Post a Comment