POEMS BY MANOJ KAYAL
रुत आई फसल खिल आई
कलि फूल बन आई
रंगत नजरो की निखर आई
मेघो के सुरमय संगीत पे
नदिया भर आई
चमन हरयाली का
कालीन बन आई
यू लग रहा है मानो
खुशियों की बारात चली आई
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