Wednesday, September 9, 2009

भारतीयता

भारत की पावन भूमि का खुबसूरत नजारा है

कहि मन्दिर की घंटी तो कहि अजान की स्वर लहरी

एक ही अम्बर तले बसे सारे महजबी

महजब भिन जाती भिन फिर भी अमन चैन

क्योकि लोगो के दिलो में बसे भारतीयता का प्रेम

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