Monday, September 21, 2009

जिन्दगी की सरगम

आओ मिलके जिन्दगी की सरगम गावे

छोटा सा खुबसूरत आशियाना बसावे

गीत आज कोई नया गावे

संदेश फिर प्यार का बरसावे

आओ मिलकर जिन्दगी की सरगम गावे

जीवन को कभी कविता तो कभी गीत बन गुन्गुनावे

काँटो में रहकर भी गुलाब की तरह मुस्काए

आओ मिलकर जिन्दगी की सरगम गावे

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