Tuesday, October 13, 2009

चिठ्ठी रब के नाम

ऐ मेरे रबा मेरी फरियाद सुन लेना

इस दिवाली मेरे पिता को भेज देना

हमारे दिलो के बुझे दीयो को रोशन कर देना

पल दो पल का ही सही माँ को उनका साथ मिले

हम बच्चो को उनका आर्शीवाद मिले

ऐ प्रार्थना स्वीकार कर लेना

पाती ऐ आस भरी

पिता को पढ़ सुना देना

उनकी यादो के दीपक सजाये है

उनके आगमन को तोरण द्वार सजाये है

ऐ उनको बतला देना

ऐ मेरे रबा मेरी फरियाद सुन लेना

इस दिवाली मेरे पिता को भेज देना

No comments:

Post a Comment