Sunday, October 25, 2009

अमृत धारा

जब धरती मिले अम्बर से

अम्बर बरसे बन के बादल

बादल लेके आए पानी की फुहार

पानी मिले सागर में जाए

सृष्टि के कण कण में

अमृत की धारा बन जाए

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