Saturday, January 30, 2010

पोल

बच्चों ने मचाया शोर

खुल गयी शेर की पोल

मुन्ना बन फिर रहा शेर का दोस्त

देख सामने बिल्ली रानी

शेर ने जोर से किलकारी मारी

डर लागे मुझे तुझसे बिल्ली रानी

मैं नहीं हु कोई शेर

रोब जमाने बच्चों पे

मैंने पहन ली शेर की खाल

अब कभी नहीं करूँगा ऐसी शैतानी

माफ़ कर दो मुझको ओ बिल्ली रानी

खुलते ही शेर की पोल

बच्चों ने मचाया शोर

मुन्ना हो गया शर्म से ढोल

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