Tuesday, January 26, 2010

मुरादें

ओ रबा मेरे रबा

जब भी दर पे तेरी आता हूँ

मुरादें पूरी पाता हूँ

खाली हाथ आता हूँ

झोली भर जाता हूँ

ओ रबा मेरे रबा

सुनले मेरी फ़रियाद

जीना नहीं ओर यहाँ

ले मुझको तू अपने यहाँ

ओ रबा मेरे रबा

झुक ना जाये सर किसी ओर के आगे

यह झुके सिर्फ तेरे ही सजदे के आगे

ओ रबा मेरे रबा

करले दुआ कबूल मेरी

थाम ले मेरी छोटी सी बहियाँ

बिछुड़ ना जाये फिर यहाँ तक आकर

ओ रबा मेरे रबा

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